यह चुनाव प्रेस क्लब का है. पत्रकारों के लिए किसी लीडर का चुनाव नहीं है. मुझे नहीं पता आपके लिए प्रेस क्लब क्या है लेकिन मेरे लिए प्रेस क्लब सिर्फ एक क्लब है. ना मेरे लिए यह कोई ऐसी संस्था है, जो पत्रकारों को नियंत्रण में रख सकती है, ना उनके खिलाफ कोई कार्रवाई कर सकती है, ना सामुहिक रूप से पत्रकारिता पर कोई बड़ा फैसला ले सकती है . क्लब के सदस्यों को लेकर यह फैसला जरूर ले सकती है लेकिन इसमें किसी व्यक्ति, वर्ग, समुदाय, राजनीतिक दल का हित -अहित नहीं जुड़ा हो, अगर हो तो सिर्फ और सिर्फ क्लब का हित हो. आपकी जिम्मेदारी क्लब की है पूरी पत्रकारिता की नहीं.
प्रेस क्लब का चुनाव क्लब का चुनाव ना हो कर, पूरे पत्रकार समुदाय के साथियों के मसीहा का चुनाव बन गया है. दुख है कि राजनीतिक दल भी इसे इसी तरह देखते हैं, ब्यूरोक्रेट्स भी इसी तरह मानते हैं कि क्लब के अधिकारियों को बुलाकार कुछ समझा दिया, तो रांची के पूरे पत्रकारों को समझा दिया. यही कारण है कुछ को आसानी से फंडिंग भी मिल रही है, खर्च भी उसी तरह हो रहा है. हम अलग- अलग संस्थान में काम करते हैं. हम संस्थान के प्रति जवाबदेह हैं, क्लब के नहीं. ऐसे में किसी को कुछ समझाना हो, तो संस्थान के प्रमुख संपादकों से बात की जानी चाहिए. क्लब के लिए काम करने वाले सदस्यों से नहीं.
राजनीतिक दल और अधिकारी जो समझते हैं वो समझें लेकिन दुखद है कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार भी इसे क्लब का चुनाव ना मानकर पूरी पत्रकार बिरादरी का मुखिया बनने के फिराक में है. प्रचार भी उसी तर्ज पर हो रहा है. भाईयों स्पष्ट है कि चुनाव के केंद्र में क्लब को रखना है, उसकी सुविधाओं को रखना हो. इस जगह को देश के उन शानदार जगहों में एक बनाना है. जहां हम पत्रकार साथी अपने दूसरे राज्यों से आये साथियों को गर्व से दिखा सकें कि यह हमारा क्लब है. हमारे लिए यह – यह सुविधाएं हैं.
बात इस शानदार बिल्डिंग के नियंत्रण, सही रणनीति और उचित संचालन की है बस… इसे पत्रकारों के मुखिया के रूप में मत लड़िये. आप जितने भी लोग मैदान में हैं. उन्हें इस बिल्डिंग के सही संचालन की जिम्मेदारी निभानी है. हम जैसे आम सदस्य जब आयें, तो हमें कोई परेशानी ना हो इसका ध्यान रखना है. हम अपने परिवार के साथ, दोस्तों के साथ इस क्लब के सुविधाओं का पूरा लाभ उठा सकेंगे इसके लिए आपका चयन किया जा रहा है. कमरा आसानी से उपलब्ध हो, भोजन की सही व्यस्था हो. हमारे मनोरंजन का साधन हो. इसके लिए आपका चयन हो रहा है.
आप इस चुनाव में जीतकर मुख्यमंत्री, अफसर या किसी बड़े अधिकारी से मिलते हैं, तो स्पष्ट कीजिए आप पत्रकारों का संचालन, उनकी नीति तैयार नहीं करते. आप यह तय नहीं करते कि क्या छपेगा, क्या नहीं. आप सिर्फ इस बिल्डिंग के संचालन की जिम्मेदारी संभालते हैं. मैंने देखा है कि कई विधायक शिकायत लेकर प्रेस क्लब के चुने अधिकारियों के पास आते हैं, उम्मीद करते हैं उन पर कार्रवाई होगी, रोक लगेगी.
आप होते कौन है कार्रवाई करने वाले, उन्हें लिखने से रोकने वाले. वह आपका सदस्य है इसका अर्थ कतई नहीं है कि वह पत्रकारिता आपके दिखाये रास्ते पर करेगा. वह अपने संस्थान के प्रति जवाबदेह है आपके प्रति नहीं. आप इस बिल्डिंग, इसके सुविधाओं की जिम्मेदारी संभालिये. आप जहां गलत होंगे हम जैसे सदस्य खड़े होंगे आपकी गलती, कमियां गिनाने को. बात रही पत्रकारिता कि तो उसे संभालने की जिम्मेदारी आपके अकेले की नहीं है हम सभी पत्रकारों को मिलकर इसे संभालना है. चुनाव के लिए शुभकामनाएं
Leave a Reply