रांची से नेपाल की यात्रा |
रांची से नेपाल की यह यात्रा आसान नहीं थी। नेपाल भले ही अपने देश जैसा लगता हो लेकिन थी तो यह किसी और देश की यात्रा। अंतरराष्ट्रीय बाइक राइड पर इस यात्रा का रोमांच हम आज भी महसूस करते हैं।
किसी भी नये शहर की यात्रा से पहले उस जगह को लेकर आपके दिमाग में एक छवि बनती है. कई चीजें आप इंटरनेट पर तलाशते हैं या कुछ ऐसे लोगों से मिलने की कोशिश करते हैं, जो उस शहर को अच्छी तरह जानते हों. इस पूरी प्रक्रिया में उस शहर को लेकर आपके दिमाग में एक छवि बन जाती है. आपके पास जितनी जानकारी अलग- अलग माध्यमों से इकट्ठा हुई ,उसे आप समेट कर शहर का नक्शा बना लेते हैं. लेकिन मेरी यात्रा में, तो शहर ही नहीं देश बदल रहा था. यात्रा किसी हवाई जहाज, ट्रेन या बस से नहीं थी.
यह एक रोड ट्रीप थी. जिसमें आप कई शहरों से होकर गुजरने वाले थे. शुरुआत में ही महसूस हो गया कि रोड ट्रीप में अलग- अलग अनुभव आपके द्वारा बनायी गयी, शहर और लोगों के स्वभाव की छवि को चैलेंज करते हैं. आपकी मंजिल दूर है, रास्ते तय नहीं है. बीच रास्ते से कहीं भी निकल जाने का रोमांच, आपके अंदर उत्साह भरता है. रांची से नेपाल की यात्रा का अनुभव उन हजारों पुस्तकों के ज्ञान की तरह है जिसे पढ़कर मैं सिर्फ कल्पना कर सकता था.
कल्पना और हकीकत का सफर मेरे लिए बिल्कुल वैसा है जैसे कुछ घंटों में फ्लाइट पकड़कर सीधे किसी दूसरी जगह पहुंच जाना. लेकिन हवाई जहाज के इस सफर में छोटी जगहों की खूबसूरती , पहाड़ों से झांकती सुबह की धुंधली रौशनी कहां ? इस यात्रा ने ऐसे कई क्षण दिये जिसने मेरी सोच बदल दी. सोचता था, भूकंप के बाद नेपाल के लोग टूट गये होंगे, फिर से शुरूआत करना इतना आसान कहां होता है.? सारी पूंजी खत्म होने के बाद बहुत कम लोगों में दोबारा खड़े होने की हिम्मत होती है. जिस नेपाल की छवि दिमाग में बनी थी. किताबों में हिम्मत और जिस जज्बे को बहुत कम लोगों में होना बताया जाता है. इस रोड ट्रीप ने उन सारी धाराणाओं को तोड़ दिया था। 11 सितंबर दिन मंगलवार से आठ कड़ी में आप इस यात्रा की कहानी, इसके वीडियो और तस्वीरों के माध्यम से सफर कर सकेंगे। आठ दिन चलने वाले इस सफर में आपका इंतजार रहेगा आइयेगा जरूर
Leave a Reply