अरुण जेटली |
नरेंद्र मोदी की सरकार से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. उनके प्रति लोगों का विश्वास इतना है कि फेसबुक और ट्विटर पर युवाओं का एक अलग ब्रिगेड हमेशा से बहस के लिए तैयार रहता है. बजट से आम लोगों को बहुत सारी उम्मीदें थी. जरा सोचिये की इस बजट से किसको क्या मिला.
काम करने वाले लोगों के लिए टैक्स के स्लैब में कोई छूट नहीं मिला. इससे आम लोग काफी नाराज हैं. जेटली जी ने साफ कर दिया कि मीडिल क्लास वाले लोग अपना ख्याल खुद रखें. हां उन्होंने बचत के लिए तरीका बताया कि निवेश कीजिए और पैसे बचाइये तो टैक्स में भी छूट मिलेगा लेकिन पैसे बचने भी तो चाहिए निवेश के लिए.
युवाओं को भी बजट में निराशा ही हाथ लगी सर्विस टैक्स की पूरी नौटंकी समझ ही रहे थे कि पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा दिया. फिल्म देखना,होटल में खाना, जिम जाना महंगा हो गया. युवाओं के लिए बचा क्या उन्होंने देश में बने फोन जरूर सस्ते कर दिये. बुर्जुगों के लिए दवाएं भी महंगी कर दी गयी. अस्पताल का खर्च महंगा हो गया. हो सकता है कि बजट में कई अच्छी बातें भी रहीं जिनमें स्वास्थ्य बीमा योजना और गरीबों के हितों में कई योजनाएं लायी गयी, जूते सस्ते कर दिये गये पर एक साधारण परिवार को क्या मिला. युवा, बुजुर्ग और कामकाजी लोगों को क्या मिला. आम बजट है और आम लोगों को ही अपना ध्यान खुद रखने के लिए कह दिया. सर्विस टैक्स और डीजल की कीमत में हुई बढोत्तरी से सब महंगा हो जायेगा तो बचत होगी कहां से.
Leave a Reply